पटना। सूर्य उपासना और छठी मैया की पूजा के लिए चार दिनों तक चलने वाले महापर्व छठ के तीसरे दिन आज बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के अन्य भागों में नदी और तालाबों के किनारे विभिन्न घाटों पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित अपने मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों के साथ पर्यटन विभाग की एक बडी मोटर बोट के जरिए पटना में गंगा नदी के किनारे विभिन्न घाटों का भ्रमण किया।
घाटों के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने खडे़ होकर व्रतियों और उनके परिजनों को हाथ हिलाकर उन्हें छठ पर्व की बधाई दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण एक खास स्थिति पैदा हुई थी और गत 18 अक्तूबर को घाटों के निरीक्षण के दौरान स्थिति देखते हुए छठ व्रतियों की सुविधा के लिए और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ निर्णय लिए गए और कम समय में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा सारी व्यवस्था की गई जिसके कारण आज घाटों पर व्रती इतमेनान और बिना भय के अर्घ्य दे रहे हैं।
छठ पर्व के अवसर पर व्रतियों की सुविधा के लिए पटना के विभिन्न घाटों पर तक विभिन्न पूजा समितियों द्वारा की गई व्यवस्था की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पूजा समितियों को उनके अच्छे कार्य के लिए सम्मान स्वरूप राज्य सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
रविवार, 25 अक्टूबर 2009
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